1 Part
465 times read
16 Liked
कहीं उगती हैं, दुनिया कहीं सँजोती हैं बेटियां धान के पौधों की तरह होती हैं। महकते फूल भी इतने कभी सुंदर नहीं होते जहां पर बेटियां न हों वो पूरे घर ...